Bhor Bhaye Panghat Pe Song Lyrics Lata Mangeshkar
भोर भये पनघट पे लिरिक्स: Bhor Bhaye Panghat Pe song lyrics by Anand Bakshi and sung by Lataji. This is old romantic bollywood song from Satyam Shivam Sundarm Movie 1978 and music is composed by Lakshmikant Pyarelal.
भोर भये पनघट पे Lyrics in Hindi
चित्रपट: सत्यम शिवम सुंदरम (१९७८)
गीतकार: आनंद बक्शी
संगीतकार: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल,
गायक: लता मंगेशकर
भोर भये पनघट पे, मोहे नट्खट शाम सताए
मोरी चुनरिया लिपटी जाये
मैं का कारु है राम है हाई
भोर भये पनघट पे…
कोई सखी.. सहेली.. नहीं, संग मैं अकेली
कोई देखे तोह यह जाने
पनिया भरने के बहाने घागरी उठाये
राधा शाम से मिलने जाए.. है
भोर भये पनघट पे…
आये पवन झकोरा, टूटे अंग अंग मोरा
चोरी चोरी चुपके चुपके
बैठा कही पे वह चुपके
देखे मुस्काये, निर्लज को लाज न आवै
भोर भये पनघट पे…
मैं न मिळू.. डगर मैं
तोह वह चला आये.. घर मैं
मैं दु गली, मै दु जिडकि,मैं न खोलू खिड़की
नींदिया जो आये, तोह वह कंकर मर जगाये
भोर भये पनघट पे...
लता मंगेशकर के रोमेंटीक गाने के लिरिक्स
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